हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए।
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र
ताके तन नहीं रहै कलेशा ॥ धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे ।
किया shiv chalisa lyricsl तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥
धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ shiv chalisa lyricsl अनादि भेद नहिं पाई॥
हनुमान चालीसा लिरिक्स
नमो नमो जय नमः शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥ किया उपद्रव तारक भारी ।
क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥ शंकर हो संकट के नाशन ।
लिङ्गाष्टकम्